Kamsutra ....thiyri. .

हतर सेक्स के लिए कामसूत्र के आसन  अकसर लोग कामसूत्र ग्रंथ और कामसूत्र में दिए गए आसनों को लेकर शंकित रहते हैं। जब भी कामसूत्र के आसनों की बात की जाती है तो लोगों के दिमाग में योग के आसन ही आते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं योग और कामसूत्र के आसन एकदम भिन्न होते हैं। हां यह जरूर कहा जा सकता है कि योग के जरिए कामसूत्र के आसनों का अभ्यास किया जा सकता है। साथ ही योग के जरिए शरीर को सेक्स के लिए तैयार किया जा सकता है। ये भ्रम बिल्कुल गलत है कि योग के आसन और कामसूत्र में ‌दिए आसन एक ही हैं। आइए जानें कामसूत्र में दिए आसन कौन-कौन से हैं और योग के आसन कौन से हैं। कामसूत्र में दिए आसन- आचार्य वात्स्यायन के ग्रंथ कामसूत्र और अन्य आचार्यों के मुताबिक सेक्स के लिए कई आसन हो सकते हैं जिसे पोजीशन भी कहा जाता है। 1�� �उत्फुल्लक, विजृम्भितक, इंद्राणिक, संपुटक, पीड़ितक, वेष्टितक, वाडवक, भुग्नक,� उत्पीड़ितक, अर्धपीड़ितक, वेणुदारितक, कार्कटक, पद्मासन, परावृत्तक, द्वितल, व्यायत। 2�� �सेक्स के दौरान कई विचित्र आसन भी किए जाते हैं जिन्हें कामसूत्र में चित्ररत के नाम से जाना गया है। ये आसन हैं- स्थिररत, अवलम्बितक, धेनुक, संघाटक, गोयूथिक, वेष्टितक, शूलाचितक, जृम्भितक। 3�� �पशु-पशिओं के नाम पर आधारित कामसूत्र आसन- वारिक्रीड़ितक (नदी, तालाब या झील में जलक्रीड़ा के दौरान किए जाने वाला आसन), कोयूथिक, व्याघ्रयूथिक, मेषयूथिक। 4�� �कामसूत्र में होमो सेक्सुएलिटी को सोडोमी और लेस्बियनिज्म को निकृष्ट रति के नाम से जाना जाता है। साथ ही ओरल सेक्स को औपरिष्‍टिक के नाम से जाना जाता है। योगासन को मुख्यतः पांच श्रेणियों में बांटा गया है। 1�� �शरीर के विशेष अंगों पर आधारित आसन हस्तपादासन, सर्वांगासन, र्शीर्षासन इत्यादि शरीर को मजबूत करने वाले आसन हैं। 2�� �ऐसे आसन जो प्रकृति और पेड़-पौधों के नाम से संबंधित है। ताड़ासन, पद्मासन, वृक्षासन, लतासन और सूर्यनमस्कार और इसकी क्रियाएं इत्यादि हैं। 3�� �आचार्य और गुरूओं के नाम पर आधारित आसन ध्रुवासन, महावीरासन इत्यादि हैं। 4�� �ऐसे आसन जो किसी वस्तुविशेष पर आधारित हैं। हलासन, शिलासन, नौकासन, चक्रासन, वज्रासन, धनुषासन इत्यादि हैं। 5�� �ऐसे आसन जिनमें जीव-जंतुओं के व्यवहार और उनके क्रियाकलापों को ध्यान में रखकर नाम दिया गया है। ये आसन हैं- मकरासन, हंसासन, बकासन, �� �गोमुखासन, मयूरासन, सिंहासन, मत्‍स्यासन, भंगुरासन, वश्चिकासन, शलभासन, कुक्कुटासन, काकासन, गरूड़ासन इत्यादि। �� � कामसूत्र और योगासन दोनों में ही कितना फर्क है, यह विभिन्न श्रे‌णियों में बांटी गए आसनों की श्रेणी को देखकर पता लग रहा है। इससे ये साफ जाहिर होता है कि योग के आसन और कामसूत्र के आसन एक-दूसरे से भिन्न है। योगासनों से जहां हेल्‍थ और शरीर को फिट रखा जा सकता है, वहीं कामसूत्र के आसनों से सेक्सुअल लाइफ को एन्जॉय किया जा सकता है।