Dashera...

Dshera.....आजका दीन मेरा है ..तु मुझे क्यु और केॊे मारेगा ...मे तो तेरी अंदर बैठा हू...तुने नव दीनमे कीतनी भी शक्ति मागीहोगी माताजी से...लेकिन ये जमाना मेरा है...तु मुजको पालता..पोसता है..हा तेरा मनराम के नाम और राम के काम..मै लिन होगा तोमुझे मरना पडेगा....रावन....