स्वामी विवेकानंद के विचार: हम गुलाम क्यों हैं...
इस बात को हमेशा ध्यान रखो कि राष्ट्र झोपडियों में बसता है। किसान, जूते बनाने वाले, मेहतर, और भारत के ऐसे ही निचले वर्गों में तुमसे कहीं ज्यादा काम करने और स्वावलंबन की क्षमता है। वे लोग युग-युग से चुपचाप काम करते रहे हैं। वे ही हैं, जो इस देश की समस्त संपदा के उत्पादक हैं।